
वृंदगान – भारतीय शास्त्रीय संगीत का महोत्सव
भारतीय शास्त्रीय संगीत हमारी संस्कृति और परंपरा की आत्मा है। यह केवल स्वर और ताल का संयोजन नहीं, बल्कि आत्मा को छू लेने वाली साधना है। इसी गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाने और संगीत रसिकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से स्वरांगन के साधकों एक अद्भुत संगीतमय संध्या का आयोजन कर रहे हैं।
कार्यक्रम की विशेषता
इस अवसर पर स्वरांगन के प्रतिभाशाली साधक सामूहिक रूप से “वृंदगान” प्रस्तुत करेंगे।
यह एक सामूहिक स्वर साधना का प्रदर्शन है, जिसमें स्वर, लय और राग की गहराई दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर देगी।
प्रस्तुतियाँ भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहनता और मधुरता को उजागर करेंगी।
हर रचना श्रोताओं को आत्मिक शांति और रसास्वादन का अनुभव कराएगी।
रसिकों के लिए विशेष निमंत्रण
सभी संगीत प्रेमियों, कला साधकों और रसिकजनों से सादर अनुरोध है कि इस कार्यक्रम में पधारकर भारतीय शास्त्रीय संगीत की इस अद्वितीय यात्रा के साक्षी बनें।
कार्यक्रम का विवरण
कार्यक्रम का नाम: वृंदगान – भारतीय शास्त्रीय संगीत की परंपरा का गान
आयोजक: स्वरांगन के साधक
तारीख: 13 सितम्बर 2025 (शनिवार)
समय: सायं 6:00 बजे से
स्थान: स्टील भवन, शास्त्री नगर, जोधपुर
क्यों आएं इस संध्या में?
भारतीय शास्त्रीय संगीत की गहराइयों का अनुभव करने का अवसर।
युवा साधकों की साधना और प्रतिभा को देखने का सुनहरा मौका।
संगीत रसिकों के लिए आत्मा को तृप्त करने वाला कार्यक्रम।
प्रवेश
सभी संगीत प्रेमियों के लिए प्रवेश निःशुल्क एवं खुला है।